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Blog Archive
बीवी को सरप्राइज
खून ही पीयेगा
Pinky : नही…!
Dad : बेटा दूध पीयेगा..?
Pinky : नही…
Dad : बेटा जूस पीयेगा...?
Pinky: नही…
Dad: “बिल्कुल माँ पर गया है, लगता खून ही पीयेगा..!”😂😂😂😂☺☺☺☺☺
माँ वहीँ बैठी थी...उससे रहा नहीं गया ….
Mom : बेटा एपल खाओगे...?
Pinky : नही…
Mom : बेटा आम खाओगे..?
Pinky : नही…
Mom : बेटा ऑरेंज खाओगे..?
Pinky: नही…
*Mom –"बिल्कुल बाप पर गया है* *चप्पल ही खाएगा..!*
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साँड़ है गाय नहीं
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गधे की भक्ति
भगवान गधे की भक्ति से प्रसन्न हुए और बोले - "मांगो तुम्हें क्या चाहिए ?
"गधा - "प्रभु मुझे अगले जन्म में गधा ही बनाना।"
भगवान - "हम तुम्हें दो बार गधा नहीं बना सकते, कुछ और मांगो।"
गधा - "तो प्रभु मुझे अगले जन्म में #पप्पू बना देना।"
भगवान - "चालाकी नहीं...!!
कहा ना कि दो बार नहीं एक ही बार बना सकते...!!😜😜😜😄😄😄😜😄
(नोट : यहाँ पप्पू का मतलब राहुल गाँधी नहीं है )
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Biwi ka Khauf
गाँव मैं रात को भजन का प्रोग्राम था,
शर्मा जी की बहुत इच्छा थी जाने की पर पत्नी ने मना कर दिया, "तुम रात को बहुत देर से आओगे, मैं कब तक जागूँगी?",
ग्यारह बजे वापस आने का बोल के शर्मा जी चले गये,
भजन संध्या मैं ऐसे डूब गये के समय का ध्यान ना रहा,
घड़ी मैं एक बजे का समय देख शर्मा जी की हालत ख़राब हो गयी,
चप्पल हाथ मैं लिए दौड़ने लगे और हर हर महादेव बोलने लगे,
भजन संध्या मैं अलौकिक माहौल था तो शिवजी भी वहीं थे,
वो शर्मा जी की सहायता के लिये आये, "बोल भक्त क्या परेशानी है?"
शर्मा जी- आप मेरे साथ मेरे घर तक चलो, मैं दरवाज़ा खटखटाऊँ तो आप आगे आके सम्भाल लेना, मेरी बीवी आज मुझे छोड़ेगी नही।
शिवजी- वत्स तेरी पत्नी तुझे क्यों मारेगी?
शर्मा जी- प्रभु मैं बीवी को ग्यारह बजे आने का कह के आया था,
शिवजी- तो अभी कितने बजे है?,
शर्मा जी- प्रभु डेढ़ बजे है,
डेढ़ सुनते ही शिवजी भी भागने लगे,
शर्मा जी - प्रभु क्या हुआ?,
शिवजी दौड़ते दौड़ते बोले, "मैं ख़ुद साढ़े बारह बजे का बोल के आया था"!!!!
पत्नी मतलब पत्नी....
चाहे किसी की भी हो...😂😂😂😂😝😝😝😝
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देसी दारु का कमाल
स्कूटी से टक्कर
पत्नी ने घबराकर पूछा : अरे क्या हुआ ???
पति : अरे कुछ नहीं, एक लड़की स्कूटी से टक्कर मार के निकल गई।
पत्नी : तो उसके स्कूटर का नंबर नोट किया ? उसके स्कूटर का रंग क्या था कुछ तो याद होगा।
पति : नहीं, दर्द के कारण स्कूटर का रंग और नंबर तो नहीं देख पाया पर, उसने गहरे हरे रंग का सूट पहना था, हाथों में गुलाबी कलर की चूड़िया थीं, गहरे लाल कलर की लिपस्टिक लगाई थी, कानों में हीरे की बालियाँ थीं, उसके बाल काफी लम्बे थे, हाथों में बहुत बढ़िया मेहँदी भी लगी थी और हाँ उसके दायें गाल पे होठों के पास एक बहुत अच्छा सा तिल भी था ...
😂😂😂👉अब ये मत पूछना कि, पतिदेव की दूसरी आँख कैसे सूजी ??😆😅😄😃😂
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महिला के दो मुंह
मैनेजर: एक सामान्य महिला के दो मुंह होते हैं, तो अब आप बताइये कि दोनों मुहों में क्या फर्क है?
पहली महिला: जी मैं एक मुंह से मैं बोल सकती हूँ और दूसरे से नहीं।
मैनेजर:गलत जवाब।
दूसरी महिला: जी मेरा एक मुंह लम्बवत है और दूसरा मुंह आकाशवृत है।
मैनेजर: गलत जवाब।
तीसरी महिला: जी मेरे एक मुंह पर बाल हैं दूसरे पर नहीं।
मैनेजर: गलत जवाब।
सारी महिलाओं के जवाब सुन कर अंत वाली महिला बोली, "जी दरअसल एक मुंह मेरे इस्तेमाल के लिए है और दूसरा मेरे बॉस के इस्तेमाल के लिए है।
मैनेजर: सही जवाब कल से नौकरी पर आ जाओ।😝😝😝
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Bawaseer ki dawa
हकीम ने कहा मरहम लगाने रोज आना पडेगा।
हकीम ने 4 दिन मरहम लगाया ओर कहा बवासीर काफी हद तक ठीक हो गई है, अब अपनी बीवी से ही लगवा लेना।
जब अगले दिन पप्पू की बीवी मरहम लगाने लगी तो उसने एक हाथ पप्पू के कंधे पर रखा ओर दूसरे हाथ से मरहम लगाने लगी।
पप्पू ने पूछा - तेरा एक हाथ कंधे पे दूसरा कहाँ है?
बीवी बोली - उस हाथ से मैं मरहम लगा रही हुँ।
पप्पू चौंक कर बोला - हकीम की माँ का घोंसला,,,,,,,,
उसके तो दोनो हाथ मेरे कंधे पर होते थे।
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लाख लाख शुक्र है
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घोड़ी का नाम
प्रेमिका- तुम्हारी शर्ट की जेब में एक कागज मिला था, जिस पर Mary (लड़की का नाम) लिखा हुआ था।
प्रेमी- अरे नहीं प्रिये, तुम्हें याद है पिछले सप्ताह मैं ट्रेकिंग पर गया था। मैंने घोड़ी की सवारी की थी। Mary उसी घोड़ी का नाम है।
अगले दिन प्रेमिका ने फिर जोरदार घूंसा मारा।
प्रेमी- अब क्या हुआ प्रिये?
प्रेमिका - तुम्हारी घोड़ी का फोन आया था।
नया रोजगार
मैँ आपका शिष्य कल्लू बोल रहा हूँ।
"अरे ! कल्लू कैसे हो तुम ?? आज इतने सालो बाद मेरी याद कैसे आ गई??
और मेरा फोन नम्बर कैसे मिल गया??"
गुरूजी ! फोन नम्बर ढ़ुंढ़ना कौन सा मुश्किल था ?
जब प्यासे को प्यास लगती है तो जलस्रोत ढ़ुंढ़ ही लेता है। 😚😚
दरअसल गुरू जी हमने एक नया रोजगार शुरू किया है।
और आपने बचपन में कहा था की जब भी कोई काम शुरू करना हमसे उदघाटन जरूर कराना। 😚😚br> तो हम अपने काम का उदघाटन आपसे ही कराना चाहते है। ☺☺
"अतिसुन्दर! वत्स। बताओ कहाँ आना है उदघाटन के लिये हमें
गुरूजी ! आप पुराने खंडहर के पास चार लाख रूपया लेके आ जाईये। .
आपका ‘छोटू’ हमरे कब्जे में है। 😂
आज से ही ‘अपरहण’ का धंधा चालू किया
तो सोचा की ‘उदघाटन’ आपके शुभ हाथो से ही हो।😜😜😂😂😂😂
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