कविता : जी महाराज😄😄😄
ज्योतिषी : प्रीत तेरे पति का नाम है ?
कविता : जी जी महाराज (हाँथ जोड़ते हुए)
ज्योतिषी : तेरे दो लड़के और एक लड़की है ?
कविता : जी जी महराज (आश्चर्य से झुक कर
प्रणाम करते हुए)
ज्योतिषी : तूने कल 10 किलो चावल खरीदे है ?
कविता : (पैरो पर गिर कर) महराज आप तो अंतरयामी हो
ज्योतिषी : अगली बार कुंडली लाना राशन कार्ड नही😜😜😜😜
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